मप्र नाट्य विद्यालय 2016-17 बैच के विश्वनाथ पटेल का लिवर फेल
साथी स्टूडेंट्स जुटा रहे पैसा, दोस्तों, परिचितों, सहयोगियों से आर्थिक मदद की कर रहे अपील
2016-17 बैच का स्टूडेंट्स है
मूलत: दमोह जिले के रहने वाले विश्वनाथ मप्र नाट्य विद्यालय के वर्ष 2016-17 बैच के छात्र हैं। अध्ययन काल में उन्होंने नाट्य विद्यालय के पांच नाटकों में अहम् किरदार निभाए थे।
इन पांच नाटकों में किया अभिनय
नाट्य विद्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्वनाथ पटेल ने हमु त माणसा रे में निबोलिया का किरदार किया। इसके साथ ही हमन के सपना में बांड, शकुंतला की अंगूठी में टाइगर, नाटक लकुआ का शाहनामा में अधिकारी प्रवक्ता और त्रिधरा में कोरस में शामिल थे। विद्यालय प्रबंधन की मानें तो विश्वनाथ को एक्टिंग के क्षेत्र में ज्यादा रुचि थी।
विश्वनाथ में एक्टिंग का काफी स्कोप है, वो रंगमंच के लिए बहुत सक्रिय है। हाल ही में उसने अपने गृह जिले में थिएटर फेस्टिवल का आयोजन भी किया। वह एक विजनरी कलाकार है। 
केके राजन, फैकल्टी, एमपीएसडी
हम सभी लोग प्रयासरत है कि विश्वनाथ जल्द स्वस्थ हो जाए। विद्यालय में एक साल तक उसके साथ रहे, इस दौरान कई नाटकों पर उससे चर्चा होती रही है। उसके अंदर एक्टिंग को लेकर जबर्दस्त उत्साह है। 
आलोक चटर्जी, फैकल्टी, एमपी एसडी
साथी स्टूडेंट्स जुटा रहे पैसा, दोस्तों, परिचितों, सहयोगियों से आर्थिक मदद की कर रहे अपील
2016-17 बैच का स्टूडेंट्स है
मूलत: दमोह जिले के रहने वाले विश्वनाथ मप्र नाट्य विद्यालय के वर्ष 2016-17 बैच के छात्र हैं। अध्ययन काल में उन्होंने नाट्य विद्यालय के पांच नाटकों में अहम् किरदार निभाए थे।
इन पांच नाटकों में किया अभिनय
नाट्य विद्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्वनाथ पटेल ने हमु त माणसा रे में निबोलिया का किरदार किया। इसके साथ ही हमन के सपना में बांड, शकुंतला की अंगूठी में टाइगर, नाटक लकुआ का शाहनामा में अधिकारी प्रवक्ता और त्रिधरा में कोरस में शामिल थे। विद्यालय प्रबंधन की मानें तो विश्वनाथ को एक्टिंग के क्षेत्र में ज्यादा रुचि थी।
विश्वनाथ में एक्टिंग का काफी स्कोप है, वो रंगमंच के लिए बहुत सक्रिय है। हाल ही में उसने अपने गृह जिले में थिएटर फेस्टिवल का आयोजन भी किया। वह एक विजनरी कलाकार है। 
केके राजन, फैकल्टी, एमपीएसडी
हम सभी लोग प्रयासरत है कि विश्वनाथ जल्द स्वस्थ हो जाए। विद्यालय में एक साल तक उसके साथ रहे, इस दौरान कई नाटकों पर उससे चर्चा होती रही है। उसके अंदर एक्टिंग को लेकर जबर्दस्त उत्साह है। 
आलोक चटर्जी, फैकल्टी, एमपी एसडी