मेरा नाम निवास कुमार है. मैं अज़ीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी बैंगलोर से पढाई कर रहा हूँ.मैं बिहार में i-Saksham तथाproject potential में काम कर चूका हूँ. मैं जागृति यात्रा में 2017 का यात्री रह चूका हूँ. मुझे अच्छे से पता है कि जागृति यात्रा के क्या क्या फायदे हैं. और इसलिए मैं बिहार के इन होनहार युवाओं को जागृति यात्रा में भेजने जा रहा हूँ.
रोहित कुमार जमुई बिहार के सबसे शिक्षा में पिछड़े एवं नक्सल प्रभावित जिला जमुई से हैं.इनका चयन आने वाली विश्व की सबसे बड़ी ट्रैन यात्रा जागृति यात्रा2018 के लिए हुआ है. जिसमें उन्हें 85% का स्कॉलरशिप भी मिला है.इसमें कुल450 विश्व के विभिन्न हिस्सों से चयन होता है, और उन्हें 15 दिनों तक मुंबई से शुरू करके कन्याकुमारी होते हुए बिहार, दिल्ली राजस्थान एवं गुजरात से रूबरू कराया जाता है. इसमें देश के सभी राज्यों से भी लोग होते हैं, जिनसे एक ही ट्रैन में पुरे भारत को समझने का मौका मिलता है.इस यात्रा में देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एवं अब्दुल कलाम जी भी शामिल हो चुके हैं.इसमें राष्ट्रपति भवन के अलावे अरविन्द आई केयर (मदुरै),अंशु गुप्ता(गूँज,दिल्ली),बंकर रॉय(बेयरफूट कॉलेज, तिलोनिया),जो मदिअथ(ग्राम विकास, उड़ीसा)नारायण मूर्ति (इनफ़ोसिस,बंगलौर)और हरीश हांडे (सेल्को,हुबली)उनमे से कुछ नाम है. इस यात्रा में जाने के बाद युवाओं को एक वर्ल्ड वाइड नेटवर्क मिलता है, जिससे समाज के उत्थान के लिए हर संभव मदद मिलना आसान हो जाता है.मैं निवास पिछले वर्ष में यात्री रहा हूँ. और आज मैं बिहार से बैंगलोर आ कर पढाई कर रहा हूँ. रोहित भी एक होनहार लड़का है,और इसे बस एक मार्गदर्शन की जरुरत है.क्युकी बिहार के सिर्फ सरकारी नौकरी के सोचने के बजाय और कुछ सोचते नहीं हैं. लेकिन ये कुछ अलग करने की चाहत रखता है. इसके आइडियल पर्सन अब्दुल कलाम जी हैं. जिन्होंने पुरे भारत में हर एक बच्चों तक लैब की मुफ्त सुविधा पहुंचने का सपना देखा था उसे पूरा करने के लिए आज रोहित काम कर रहा है.
रोहित बिहार में चल रहे प्रोग्राम साथी एजुकेशन का वालंटियर है और We are change ग्रुप को लीड कर रहा है. एक लड़की जिसकी शादी होने के बाद उसका पति छोड़ दिया तो इस ग्रुप से कॉउंसलिंग करके उन्हें आज पढ़ने के लिए नवगुरुकुल संस्था बैंगलोर में भेजा गया है.और अब वो सॉफ्टवेयर डिज़ाइन करना सीख रही है.
बिहार की समस्याओं एवं एक बिहार के युवा के लिए इतनी बड़ा अवसर का जो बाधक बना है वो है वित्तीय प्रॉब्लम. रोहित को 85% का स्कालरशिप मिला लेकिन फिर भी उन्हें ₹21000 जमा करना होगा. लेकिन घर की हालात को देखता हुए इतना पैसा उनके परिवार का देना मुश्किल है. जो कि मैंने उनके परिवार का वार्षिक इनकम निकला तो पता चला.इसलिए मैं यह कैंपेन स्टार्ट किया ताकि हम इस युवा को सहयोग कर देश की तरक्की के लिए एक और अवसर पैदा कर सकें.
Estimated expenditure is as follows
: Jagriti Travel Registration Fee: Rs 6000
Journey Fee: Rs 15000 (85% Scholarship)
Train Rentals (cheaper alternatives): Rs 2000
Housing for 2 days: Rs 2000
जागृति यात्रा में भाग लेने के अनुमानित अनुमान रु। 25,000 मुझे अपने दोस्तों से कुछ पैसे मिलते हैं, जिन्हें मैं स्थानीय सुविधा और भोजन के लिए उपयोग करूंगा। यह यात्रा मुंबई से 24/12/2018 को शुरू होगी और यह मुंबई में 08/01/2016 को होगी। मुझे पटना से मुंबई में 1 दिन पहले जाना है और मुझे मुंबई से पटना आना है।
रोहित कुमार जमुई बिहार के सबसे शिक्षा में पिछड़े एवं नक्सल प्रभावित जिला जमुई से हैं.इनका चयन आने वाली विश्व की सबसे बड़ी ट्रैन यात्रा जागृति यात्रा2018 के लिए हुआ है. जिसमें उन्हें 85% का स्कॉलरशिप भी मिला है.इसमें कुल450 विश्व के विभिन्न हिस्सों से चयन होता है, और उन्हें 15 दिनों तक मुंबई से शुरू करके कन्याकुमारी होते हुए बिहार, दिल्ली राजस्थान एवं गुजरात से रूबरू कराया जाता है. इसमें देश के सभी राज्यों से भी लोग होते हैं, जिनसे एक ही ट्रैन में पुरे भारत को समझने का मौका मिलता है.इस यात्रा में देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एवं अब्दुल कलाम जी भी शामिल हो चुके हैं.इसमें राष्ट्रपति भवन के अलावे अरविन्द आई केयर (मदुरै),अंशु गुप्ता(गूँज,दिल्ली),बंकर रॉय(बेयरफूट कॉलेज, तिलोनिया),जो मदिअथ(ग्राम विकास, उड़ीसा)नारायण मूर्ति (इनफ़ोसिस,बंगलौर)और हरीश हांडे (सेल्को,हुबली)उनमे से कुछ नाम है. इस यात्रा में जाने के बाद युवाओं को एक वर्ल्ड वाइड नेटवर्क मिलता है, जिससे समाज के उत्थान के लिए हर संभव मदद मिलना आसान हो जाता है.मैं निवास पिछले वर्ष में यात्री रहा हूँ. और आज मैं बिहार से बैंगलोर आ कर पढाई कर रहा हूँ. रोहित भी एक होनहार लड़का है,और इसे बस एक मार्गदर्शन की जरुरत है.क्युकी बिहार के सिर्फ सरकारी नौकरी के सोचने के बजाय और कुछ सोचते नहीं हैं. लेकिन ये कुछ अलग करने की चाहत रखता है. इसके आइडियल पर्सन अब्दुल कलाम जी हैं. जिन्होंने पुरे भारत में हर एक बच्चों तक लैब की मुफ्त सुविधा पहुंचने का सपना देखा था उसे पूरा करने के लिए आज रोहित काम कर रहा है.
रोहित बिहार में चल रहे प्रोग्राम साथी एजुकेशन का वालंटियर है और We are change ग्रुप को लीड कर रहा है. एक लड़की जिसकी शादी होने के बाद उसका पति छोड़ दिया तो इस ग्रुप से कॉउंसलिंग करके उन्हें आज पढ़ने के लिए नवगुरुकुल संस्था बैंगलोर में भेजा गया है.और अब वो सॉफ्टवेयर डिज़ाइन करना सीख रही है.
बिहार की समस्याओं एवं एक बिहार के युवा के लिए इतनी बड़ा अवसर का जो बाधक बना है वो है वित्तीय प्रॉब्लम. रोहित को 85% का स्कालरशिप मिला लेकिन फिर भी उन्हें ₹21000 जमा करना होगा. लेकिन घर की हालात को देखता हुए इतना पैसा उनके परिवार का देना मुश्किल है. जो कि मैंने उनके परिवार का वार्षिक इनकम निकला तो पता चला.इसलिए मैं यह कैंपेन स्टार्ट किया ताकि हम इस युवा को सहयोग कर देश की तरक्की के लिए एक और अवसर पैदा कर सकें.
Estimated expenditure is as follows
: Jagriti Travel Registration Fee: Rs 6000
Journey Fee: Rs 15000 (85% Scholarship)
Train Rentals (cheaper alternatives): Rs 2000
Housing for 2 days: Rs 2000
जागृति यात्रा में भाग लेने के अनुमानित अनुमान रु। 25,000 मुझे अपने दोस्तों से कुछ पैसे मिलते हैं, जिन्हें मैं स्थानीय सुविधा और भोजन के लिए उपयोग करूंगा। यह यात्रा मुंबई से 24/12/2018 को शुरू होगी और यह मुंबई में 08/01/2016 को होगी। मुझे पटना से मुंबई में 1 दिन पहले जाना है और मुझे मुंबई से पटना आना है।