आयुष 6 साल का बच्चा है, जो की न्यूरोब्लास्टोमा नामक कैंसर से बहुत ही बहादुरी के साथ पिछले 8 महीनों से लड़ रहा है।आयुष को जब हम बनारस के होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल में ले गये तो विभिन्न प्रकार के जांच के द्वारा हमे न्यूरोब्लास्टोमा नामक कैंसर के बारे में पता चला और डॉक्टर के द्वारा बताया गया कि कैंसर हाई रिस्क स्टेज यानी लास्ट स्टेज में पहुँच गया है।जब अपने एकलौते बच्चे के बारे में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के बारे में अचानक पता चलता है आप अंदाजा लगा सकते है कि एक माता-पिता होने के नाते हमलोगों पर क्या बीत रही। खैर अपने को संभालते हुऐ आयुष का इलाज बनारस में शुरू करवाया। आयुष को शुरू के 4 महीनों तक 3 साईकल केमोथेरेपी हुआ। उसके बाद डॉक्टर्स ने आयुष को अगस्त में सर्जरी करके ट्यूमर को निकाला और फिर से 3 साईकल केमोथेरेपी किया।
अक्टूबर में डॉक्टर ने बताया कि आयुष को जितना जल्दी हो सके बोन मैरो ट्रांसप्लांट करना पड़ेगा जिसके लिए मुम्बई के बाई जेरबाई वाडिया हॉस्पिटल जाना पड़ेगा। जिसके लिए 14 लाख रुपये लगेंगे। चुकी आयुष के पिता उत्तर प्रदेश नरही, बलिया के विद्यालय में शिक्षक हैं। हमारे लिए ये सारा खर्च अभी तक उठाने में शक्षम थे। और आयुष को मुम्बई के वाडिया हॉस्पिटल में भर्ती करवाके इलाज शुरू करवा दिया। और इस समय आयुष का बोन मैरो ट्रांसप्लांट हो रहा है। जो 2 महीने तक चलेगा। लेकिन डॉक्टर्स ने बताया कि आयुष को इस थेरेपी के बाद भी कैंसर के हाई रिस्क को कम करने और उसके जीवन को बचाने के लिए एक और थेरेपी यानी इम्यूनोथेरेपी देनी पड़ेगी। लेकिन दुर्भाग्यवंश ये दवा हमारे देश मे उपलब्ध नही है, उसको दूसरे देश से मांगना पड़ेगा। जिसकी कीमत डॉक्टर ने बताया 95 लाख के लगभग पड़ेगा। आयुष को बचाने के लिये ये थेरेपी देना बहुत ही जरूरी है।
आयुष के पिता जी के लिए इतनी बड़ी राशि दे पाना अब बहुत ही मुश्किल हैं। ये किसी भी एक मध्यमवर्ग के परिवार के लिए नामुमकिन है। लेकिन कहा गया है कि बूंद बूंद से ही तालाब भरता है। इसलिये आप सभी लोगो से विनम्र निवेदन है कि इतनी बड़ी धनराशि को इकट्ठा करने में हमारी मदद करे

अक्टूबर में डॉक्टर ने बताया कि आयुष को जितना जल्दी हो सके बोन मैरो ट्रांसप्लांट करना पड़ेगा जिसके लिए मुम्बई के बाई जेरबाई वाडिया हॉस्पिटल जाना पड़ेगा। जिसके लिए 14 लाख रुपये लगेंगे। चुकी आयुष के पिता उत्तर प्रदेश नरही, बलिया के विद्यालय में शिक्षक हैं। हमारे लिए ये सारा खर्च अभी तक उठाने में शक्षम थे। और आयुष को मुम्बई के वाडिया हॉस्पिटल में भर्ती करवाके इलाज शुरू करवा दिया। और इस समय आयुष का बोन मैरो ट्रांसप्लांट हो रहा है। जो 2 महीने तक चलेगा। लेकिन डॉक्टर्स ने बताया कि आयुष को इस थेरेपी के बाद भी कैंसर के हाई रिस्क को कम करने और उसके जीवन को बचाने के लिए एक और थेरेपी यानी इम्यूनोथेरेपी देनी पड़ेगी। लेकिन दुर्भाग्यवंश ये दवा हमारे देश मे उपलब्ध नही है, उसको दूसरे देश से मांगना पड़ेगा। जिसकी कीमत डॉक्टर ने बताया 95 लाख के लगभग पड़ेगा। आयुष को बचाने के लिये ये थेरेपी देना बहुत ही जरूरी है।
आयुष के पिता जी के लिए इतनी बड़ी राशि दे पाना अब बहुत ही मुश्किल हैं। ये किसी भी एक मध्यमवर्ग के परिवार के लिए नामुमकिन है। लेकिन कहा गया है कि बूंद बूंद से ही तालाब भरता है। इसलिये आप सभी लोगो से विनम्र निवेदन है कि इतनी बड़ी धनराशि को इकट्ठा करने में हमारी मदद करे
