I am Sahu Kumar, Since 2014, our organization was running 'Ideal Public School, Magaruchala' for the education of poor children where hundreds of poor needy children were being provided free quality primary education. There is always a lack of adequate financial support, yet rural public participation The school continued to operate, but during the global crisis of Corona, all our economic powers have reduced to zero. Now there is a crisis of giving the salary of teachers, trembling for children, sports materials, an honorarium of assistants. The government arranges free books and uniforms, but still, the need for financial support for basic needs is.
2014 से हमारी संस्था गरीब बच्चों कि शिक्षा के लिए 'आइडियल पब्लिक स्कूल ,मगरउछला' का संचालन कर रही थी जहां सैकड़ों गरीब जरूरतमंद बच्चों को निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक शिक्षा प्रदान की जा रही थी।हमेशा से पर्याप्त आर्थिक सहायता के आभाव रहा फिर भी ग्रामीण जनसहभागिता से स्कूल का संचालन होता रहा परंतु कोरोना के वैश्विक संकट काल मेंं हमारे समस्त आर्थिक शक्तियां शून्य हो गयी है।अब शिक्षकों के वेतन,बच्चों के लिए कांपी-कलम, खेल सामाग्री,सहायकों की मानदेय देने की संकट आ चुका है।सरकार द्वारा निःशुल्क पुस्तक एवं गणवेश की व्यवस्था तो हो जाती है परंतु फिर भी मूलभूत जरूरतों के लिए आर्थिक सहयोग की जरूरत आन पड़ी है।
2014 से हमारी संस्था गरीब बच्चों कि शिक्षा के लिए 'आइडियल पब्लिक स्कूल ,मगरउछला' का संचालन कर रही थी जहां सैकड़ों गरीब जरूरतमंद बच्चों को निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक शिक्षा प्रदान की जा रही थी।हमेशा से पर्याप्त आर्थिक सहायता के आभाव रहा फिर भी ग्रामीण जनसहभागिता से स्कूल का संचालन होता रहा परंतु कोरोना के वैश्विक संकट काल मेंं हमारे समस्त आर्थिक शक्तियां शून्य हो गयी है।अब शिक्षकों के वेतन,बच्चों के लिए कांपी-कलम, खेल सामाग्री,सहायकों की मानदेय देने की संकट आ चुका है।सरकार द्वारा निःशुल्क पुस्तक एवं गणवेश की व्यवस्था तो हो जाती है परंतु फिर भी मूलभूत जरूरतों के लिए आर्थिक सहयोग की जरूरत आन पड़ी है।