Hi there,
My name is Tarun Manav 41 years old from Ghaziabad, Uttar Pradesh, I am here to raise funds for Prerna Sewa Sansthan, I am the founder, We are started Ann Patra India Project to Eradicate Hunger.
कबाड़ा चुनने वाले बच्चे रिक्शे से फैंके कुड़ें के ढेर मे कुछ खाने को ढूँढने लगे I मै ये दृश्य देख कर स्तब्ध रह गया और वहाँ से चला गया I घर के रास्ते मे सरकारी अस्पताल पड़ता है वहाँ दवाई लेने गया तो वहाँ एक बुजुर्ग व्यक्ति ने खाना खाने के लिए 20 रूपए माँगे , मैंने पूंछा बाबा क्या हुआ तो उन्होंने बताया की वो गरीब है और उनकी धर्म पत्नी अस्पताल मे 2 दिन से भर्ती है पर अस्पताल मे इलाज और खाना फ्री सिर्फ मरीज को ही मिलता है I इसलिए वे 2 दिन से भूखे ही है I मैंने बाबा जी को भोजन कराया और कहा कल से मै आपका भोजन लाऊंगा.
घर पहुँच ये दोनों घटनाये मैंने अपनी माता जी को बताई I तो उन्होंने कहा कल वे बच्चों और बाबा जी का खाना बना कर मुझे दे देंगी I अगली सुबह बाबा जी और बच्चों को मैंने खाना खिलाया मन को बहुत आनंद आया I
इस तरह हर रोज खाना बना कर उसका वितरण शुरू हो गया I जब इस विषय मे मैंने अपने मित्रो और प्रेरणा सेवा संस्थान के सहयोगियों को बताया तो वे सब भी सहयोग करने लगे I
जिसके बाद हमने प्रेरणा सेवा संस्थान के माध्यम से नि:शुल्क भोजन सेवा प्रकल्प “ अन्न पात्र इंडिया “ को प्रारंभ किया जिसका एकमात्र उद्देश्य है – कोई भूखा ना रहें I
बड़ी मात्रा मे भोजन बनाने के लिए “ अन्न पात्र “ द्वारा ग़ाज़ियाबाद मे स्थापित कम्युनिटी किचन मे रोटी बनाने की सेमी आटोमेटिक मशीन , आटा गुन्द्ने की मशीन , स्ट्रीम कुकर आदि लगायें गयें है और बने हुए खाने को ट्रांसपोर्ट करने के लिए टाटा ऐस गाड़ी भी है I अभी ग़ाज़ियाबाद और हापुड़ जिले मे विभिन्न स्थानों जैसे बस स्टैंड , रेलवे स्टेशन , सरकारी अस्पताल ,मलिन बस्तियों मे जाकर रोजाना एक समय मे 1000 लोगों को खाना खिलाया जा रहा है I
कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन मे भी “ अन्न पात्र “ ने लाखों लोगो को भोजन का वितरण किया है और अब भी कर रहा है I
पैसे की कमी के कारण भूखे जरुरतमंदो को हर रोज भोजन वितरित करने के लिए अपनी 4 दुकान और 1 प्लाट / जमीन भी बेच दी है I
भूख का कोई धर्म नहीं होता
“ अन्न पात्र इंडिया “ ग़ाज़ियाबाद ही नहीं अन्य शहरों मे भी बड़ी कम्युनिटी किचन स्थापित करना चाहता है जहाँ हजारों भूखें / जरूरतमंदों के लिए पौष्टिक भोजन बनें और भोजन का नि:शुल्क वितरण किया जायें I
ये आपके सहयोग के बिना संभव नहीं है , अतः आप भी हमें सहयोग करेंI
My name is Tarun Manav 41 years old from Ghaziabad, Uttar Pradesh, I am here to raise funds for Prerna Sewa Sansthan, I am the founder, We are started Ann Patra India Project to Eradicate Hunger.
- Hunger has no Religion.
कबाड़ा चुनने वाले बच्चे रिक्शे से फैंके कुड़ें के ढेर मे कुछ खाने को ढूँढने लगे I मै ये दृश्य देख कर स्तब्ध रह गया और वहाँ से चला गया I घर के रास्ते मे सरकारी अस्पताल पड़ता है वहाँ दवाई लेने गया तो वहाँ एक बुजुर्ग व्यक्ति ने खाना खाने के लिए 20 रूपए माँगे , मैंने पूंछा बाबा क्या हुआ तो उन्होंने बताया की वो गरीब है और उनकी धर्म पत्नी अस्पताल मे 2 दिन से भर्ती है पर अस्पताल मे इलाज और खाना फ्री सिर्फ मरीज को ही मिलता है I इसलिए वे 2 दिन से भूखे ही है I मैंने बाबा जी को भोजन कराया और कहा कल से मै आपका भोजन लाऊंगा.
घर पहुँच ये दोनों घटनाये मैंने अपनी माता जी को बताई I तो उन्होंने कहा कल वे बच्चों और बाबा जी का खाना बना कर मुझे दे देंगी I अगली सुबह बाबा जी और बच्चों को मैंने खाना खिलाया मन को बहुत आनंद आया I
इस तरह हर रोज खाना बना कर उसका वितरण शुरू हो गया I जब इस विषय मे मैंने अपने मित्रो और प्रेरणा सेवा संस्थान के सहयोगियों को बताया तो वे सब भी सहयोग करने लगे I
जिसके बाद हमने प्रेरणा सेवा संस्थान के माध्यम से नि:शुल्क भोजन सेवा प्रकल्प “ अन्न पात्र इंडिया “ को प्रारंभ किया जिसका एकमात्र उद्देश्य है – कोई भूखा ना रहें I
बड़ी मात्रा मे भोजन बनाने के लिए “ अन्न पात्र “ द्वारा ग़ाज़ियाबाद मे स्थापित कम्युनिटी किचन मे रोटी बनाने की सेमी आटोमेटिक मशीन , आटा गुन्द्ने की मशीन , स्ट्रीम कुकर आदि लगायें गयें है और बने हुए खाने को ट्रांसपोर्ट करने के लिए टाटा ऐस गाड़ी भी है I अभी ग़ाज़ियाबाद और हापुड़ जिले मे विभिन्न स्थानों जैसे बस स्टैंड , रेलवे स्टेशन , सरकारी अस्पताल ,मलिन बस्तियों मे जाकर रोजाना एक समय मे 1000 लोगों को खाना खिलाया जा रहा है I
कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन मे भी “ अन्न पात्र “ ने लाखों लोगो को भोजन का वितरण किया है और अब भी कर रहा है I
पैसे की कमी के कारण भूखे जरुरतमंदो को हर रोज भोजन वितरित करने के लिए अपनी 4 दुकान और 1 प्लाट / जमीन भी बेच दी है I
भूख का कोई धर्म नहीं होता
“ अन्न पात्र इंडिया “ ग़ाज़ियाबाद ही नहीं अन्य शहरों मे भी बड़ी कम्युनिटी किचन स्थापित करना चाहता है जहाँ हजारों भूखें / जरूरतमंदों के लिए पौष्टिक भोजन बनें और भोजन का नि:शुल्क वितरण किया जायें I
ये आपके सहयोग के बिना संभव नहीं है , अतः आप भी हमें सहयोग करेंI