कवि सम्मेलन
[30 नवंबर 2019 | शाम 06:30 से रात्री 10:30 तक]
[30 नवंबर 2019 | शाम 06:30 से रात्री 10:30 तक]
क्या है कवि सम्मेलन
बेशक कवितायें जब लिखी जाती हैं, उस समय एक बहुत बड़ी और कल्याणकारी उद्देश्य भी जन्म ले लेती है। इस उद्देश्य को पूरा करना और जो ऊर्जा इससे मिलती हैं उसे जन-जन में सिंचित होने का अवसर तैयार कराना ही कवि सम्मेलन है।
यह अन्य आयजनों से अलग कैसे है
क्योंकि वर्तमान समय में हम पश्चिमी सभ्यता के बोझ तले दबे होते हुए भी अपनी सभ्यता का संचरण कराने हेतु प्रयासरत हैं।
कोई दूसरा रास्ता है क्या
बिलकुल हो सकते हैं और हैं भी। जैसे कि, बच्चों को अपनी सभ्यता को महसूस कराना। उन्हें इसके बारे में पढ़ाने के बजाए वैसे माहौल में पालन-पोषण करना। पर कुछ चीजें हैं तो जो प्रत्यक्ष रूप से हमारे हाथ में नहीं है। हम इसके लिए आज कल के चलचित्र और सोशल मीडिया में हो रही वर्तमान गतिविधियों को उदाहरण के तौर पर ले सकते हैं।
हम यदि घर-घर उस तरह का बीज बोएं जैसा होना चाहिए तो उस बीज से बनने वाले पेड़ और उसके फल वैसे ही होंगे जैसा बीज का प्रकृति रहा होगा।
कवि सम्मेलन, लोगों के एक साथ जमा कर उनके अंदर देश प्रेम, कला और साहित्य के लिए विचार पैदा करने का कार्य है। यह एक बीज देगा जो घर-घर तक पहुंचेगा। फलस्वरूप देश के विकास में सहायक सिद्ध होगा।
पश्चिमी सभ्यता के घोर प्रभाव में कैसे संभव है
यहाँ हर कोई आधे-अधूरे रूप में पूरा जीवन बिता दे रहा है चाहे वह भारतीय सभ्यता हो या किसी और देश की। बस जरूरी यह है कि, जिस भूमी एवं गुण को लेकर लोगों में भारत में जन्म लिया है उसी गुण को उन्हें याद दिलाया जाए, जी हाँ बिलकुल वैसे ही जैसे राम भगवान ने हनुमान को उनके याद दिलाये थे। लोग तो खुद ही चाहते है कि वे इस उलझन से मुक्त हों।
उम्मीद है कि, इस दिशा में हम गंभीरता से आगे बढ़ेंगे।
संपर्क:
श्याम कुँवर भारती
महासचिव
महिला कल्याण समिति ढ़ोरी, बोकारो
मो/वॉट्सएप: +91 (0) 995-5509-286