पिथौरागढ़ के जिले के ग्राम डंडे में पुनाराम नामक व्यक्ति का परिवार था जिसमे उसके 2 लड़के व उसकी पत्नी अति खुशी से जीवन काट रहा था , दिन भर मजदूरी कर घर आता था , उनकी पत्नी खाना बनाती वो लोग खुशी खुशी अपना जीवन गुजार रहे थे एक दिन नदी में नहाते समय पुनाराम का बेटा मनोज कुमार नदी रामगंगा में डूब गया जिसकी बजह से उसकी मृत्यु हो गयी , उसके बाद परिवार बहुत टूट गया , सब परिवार में 1 ही लड़का बच गया था जिसने 12 बारहवीं पास करने के बाद बाहर जाने कानिश्चय किया और शहर हल्द्वानी में एक ढाबे में कार्य करने लग गया जहां कुछ महीने काम करने के बाद उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया , जिसके बजह से उसे घर लाया गया और कई सालों तक वो लड़का भी पागल बन कर घूमता रहा और कुछ ठीक होने के पश्चात उसकी सादी कर दी गयी और उसके दो बच्चे हुए , कुछ हद तक वह ठीक था , लेकिन एक दिन बिजली के पोलो में कार्य करते समय उसे भी करंट लगा और उसकी मौत वही पोल में हो गयी , अब परिवार में दुखो का पहाड़ टूट चुका था बाप इतने दुख जे बावजूद भी रोज मजदूरी कर अपनी पत्नी ,बहु, व 2 मासूमों का पेट पाल रहा था , लेकिन उन बच्चो इतनी खराब किस्मत निकली की एक 2018 में पुन राम का निधन हो गया और वो बच्चे अनाथ हो गए , अब उन बच्चों व उनकी मां और सास का कोई सहारा नही है एक टूटे हुए घर में रहते है रोज दाना दाना खाने के लिए तरसते है , इस परिवार के मुख्या स्वर्गीय श्री पुनाराम कई बार फ़ेडरल संस्था के कार्यलय आये थे उन्होंने मदद के लिए गुहार लगाई थी संस्था द्वारा समय समय पर उनकी मदद की थी , अब संस्था का मकसद है कि उन मासूम बच्चों हेतु एक घर का निर्माण व उनके खाने व वस्त्रो की व्यस्था की जाए और उन्हें बेहतर शिक्षा दिलवाई जाए हमारे समाज में रह रहे कुछ गरीब मासूमो की मदद हो जाये और वो अपना जीवन अच्छे से जी सकें जाए साथ ही उन बुजुर्ग दादी का अच्छे अस्पताल में इलाज करवाया जाए , आप सभी से निवेदन है कि आप सब इस परिवार की मदद करें , इस अच्छे कार्य का पुण्य आपको जरूर मिलेगा।
निवेदक
आनंद डंडियाल
निदेशक
नोट जैसे ही हमारे पास रकम जमा हो जाये हम तुरन्त उन्हें सारी सुविधाएं देंगे ताकि व परिवार अच्छा जीवन जी सकें जरूर मदद कीजिये क्योकि समय का पासा सबका पलटता है
निवेदक
आनंद डंडियाल
निदेशक
नोट जैसे ही हमारे पास रकम जमा हो जाये हम तुरन्त उन्हें सारी सुविधाएं देंगे ताकि व परिवार अच्छा जीवन जी सकें जरूर मदद कीजिये क्योकि समय का पासा सबका पलटता है